0 मुसीबत के इस दौर में Posted on May 5, 2021 by techi मुसीबत के इस दौर में, कुछ कर सको तो करो। बहुतों को नहीं मिल रहा है, अपनों का साथ। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share This Related posts: दरकार शोहरत और दौलत की अब तो मन भी रेगिस्तान जैसा 100% true lines on paisa, rishte घर के बुजुर्ग, त्यौहार और प्यार यह सच्चा प्रेम है, कोई बेवफ़ाई नहीं मेरी मजबूरी को समझो मैं गुनाहगार नहीं इंसान पर बेहतरीन पंक्तिया