0इश्क़ का मुज़रिम, दिल की अदालत Posted on February 13, 2017 by adminअपनी दिल की अदालत में दिल पर मुकदमा चलाओ इश्क़ का मुज़रिम हु तेरा, जरा कोई तो सजा सुनाओShare ThisRelated posts:टूट कर बाहो में बिखर जाने दो True Mind Blowing Status सच्चे आशिक़ द्वारा हिंदी स्टेटस इबादत है इश्क़ ग़रीब के क़र्ज़ जैसा है राजपुताना इश्क़ इज़हार -ए- इश्क़ कविता हिंदी में इश्क को भी आधार कार्ड से लिंक करा दो य़ारो