0 कुदरत का कहर पूरी दुनिया पर Posted on June 5, 2021 by techi बन कर कुदरत का कहर पूरी दुनिया पर है बरसा वक्त कुछ यूं बदला कि इंसान सांसों तक को है तरसा अब भी वक्त है संभल जाओ यारों कही बाद में ना कहना पड़े अब तो बीत चुका हैं अरसा। ~ Abhishek Mishra Share This Related posts: इश्क को भी आधार कार्ड से लिंक करा दो य़ारो दिल पूरी तरह टूटे पूरी कायनात को हराने की औकात शेर पर कविता | शेर घायल है मगर दहाड़ना नहीं भूला Aaj ke daur ki zindagi | Best Message on Life For Friends पापा मैं आप से कुछ कहना चाहती हूँ अपनों ने ही किया क़त्ल मेरी इच्छाओं का