0 सफ़लता में खनक Posted on October 27, 2020 by techi ख़ामोशी से जो अपना कर्म करते हैं, उनकी सफ़लता में खनक होती है। ~ जितेंद्र मिश्र ‘बरसाने’ Share This Related posts: जिंदगी अब बदल गई 100% true lines on paisa, rishte तुम्हीं मेरी ज़िंदगी हो ऐ प्रियतम भाग्य का दस्तूर ‘मां’ हम सबको संवारती है जीवन की सच्ची सीख फ़ंसा आदमी माया में