0झूठी शान और लालच | Very True Lines Posted on February 18, 2021 by adminहम स्वार्थ की ज़मीन पर नफरतों का बीज बो रहे हैं। झूठी शान और लालच में हम रिश्तों को खो रहे हैं।। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share ThisRelated posts:झूठी शानोशौकत और दिखावा करने वालो पर 4 पंक्तिया 100% true lines on paisa, rishte निःस्वार्थ प्रेम और सच्चे रिश्तों का सिलसिला दरकार शोहरत और दौलत की True lines about true love ‘मां’ हम सबको संवारती है भाग्य का दस्तूर