1Ab Yakeen par bhi yakeen nahi Posted on September 25, 2020 by adminजो था तुझ पर, तेरी बातों पर, अब किसी और पर नहीं होता इस कदर टूटा हूं तेरे इश्क में, की अब तो यकीन पर भी यकीन नहीं होता। ~ Rishabh Agnihotri Share ThisRelated posts:Sad Poem on Garibi | गरीबी सबसे बड़ी सजा Dosto ki dosti me koi rule nahi hota इज़हार -ए- इश्क़ कविता हिंदी में अगर बस में मेरे होता सच्चे आशिक़ द्वारा हिंदी स्टेटस सिर्फ चाह लेने से कोई अपना नहीं होता अब दिल को दर्द भी नहीं होता
भूलूँगा अगर तुझे, तो जी ना पाउँगा
याद भी रखा अगर, तो मर जाऊंगा