0 छोटे घरो में सुकून, बड़े घरों का अकेलापन Posted on March 3, 2021 by techi “छोटे घरों में दिल करीब थे। बड़े घर बंटवारा कर गए।” ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share This Related posts: दिल को छूने वाली लाइन्स घर के बड़े और बुज़ुर्गों पर झूठी शान और लालच | Very True Lines 100% true lines on paisa, rishte दरकार शोहरत और दौलत की ‘मां’ हम सबको संवारती है आंसू दुःख के हैं और खुशियों के बिना सोचे किसी पर ऐतबार न कर