0 ‘मां’ हम सबको संवारती है Posted on October 14, 2020 by techi खिलाती पिलाती और दुलारती है, सच में ‘मां’ हम सबको संवारती है। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share This Related posts: 100% true lines on paisa, rishte भाग्य का दस्तूर मां, भगवान का अवतार फ़ंसा आदमी माया में निःस्वार्थ प्रेम और सच्चे रिश्तों का सिलसिला पलटकर देखने पर 2 लाइन्स ज़िंदगी का कारवां यूं ही चलता गया