0Waqt Sikhata hai, Kon Apna Kon Paraya Posted on July 15, 2020 by admin वक़्त ने कुछ ऐसा पैतरा आज़माया…, कौन अपना, कौन पराया, सब दिखाया उम्मीद लगा के बैठे थे जिन रिश्तों से उन्ही दोस्तों ने खाने में ज़हर मिलाया ~ Sachinda Boro Share This