मोहब्बत मे कुछ यू हाल है मेरा,
तु मिली नहीं बस खयाल है तेरा
मुस्कुरा कर क्यों गुजर जाती हो सामने से
दिल मे आखिर क्या है तुम्हारे, ये सवाल है मेरा
~ दीपक
Home » Submitted Posts » Page 8 मैंने कोरोना का रोना देखा है! लाचार मजदूरों को रोते देखा है! पिता को सूनी आंखों से तड़पते देखा है!! गरीबों का खुलेआम रोष देखा है!! पीएम केयर के लिए भीख की शैली देखी है! गरीबों को अस्पतालों में लुटते देखा है! ! अल्लाह भगवान की दुकानों का बंद भी होना देखा है! ~ Dr. Anita Submitted Posts
दिल मे आखिर क्या है तुम्हारे
मैंने कोरोना का रोना देखा है
और उम्मीदों का खोना देखा है!!
गिरते पड़ते चलते और सोते देखा है!
तो मां की गोद में बच्चे को मरते देखा है!
तो मध्यमवर्ग का मौन आक्रोश देखा है!
तो उसी पैसे से वर्चुअल रैली देखी है!!
तो निर्दोषों को बेवजह पिटते देखा है!
तो रोना रोती सरकारों का अंत भी होना देखा है!!मुसाफिर यूं ना थक कर बैठ