0

हर बार जिसे देख के मन खो जाए

Subah ke sooraj ki pyaari dhoop ho tum,
Dil jiske chkkar lagaye woh loop ho tum…
Har baar jise dekh ke man kho jaye,
Pariyon ka wahi insaani roop ho tum…

~ Pranav

 


 

सुबह के सूरज की प्यारी धुप हो तुम
दिल जिसके चक्कर लगाए वो लूप हो तुम
हर बार जिसे देख के मन खो जाए
परियों का वही इंसानी रूप हो तुम

~ प्रणव

 

Share This
0

Today’s Youth Life Reality | Sad But Truth

Milo Ka Safar Kar Rahe Hai
या वहीं खड़े हैं….. पता नहीं

Palke Jhukake Baithe Hai
या दौड रहें हैं कुछ पाने को… पता नहीं

So To Rahe Hai Har Roj
लेकिन क्या नींद आ रही है… पता नहीं

Bahar Se Dekho To Chamak Rahe Hai
लेकिन अंदर के अंधेरे की गहराई का… पता नहीं

Chehro Pe Hasi Fuhar Hai
लेकिन दिल किस कदर उदास है… पता नहीं

Kaam To Kar Rahe Hai Magar
खोए खोए से रहते हैं क्यौं….. पता नहीं

 

~ Gaurav Baldwa

 

Share This
0

मैं इतना अकेला हूं कि जीना भूल गया हूँ

मैं बारिश में चलता हूँ, ताकि कोई मेरे आँसू न देखले
मैं अँधेरे में चलता हूँ, ताकि कोई मेरे चेहरे पर डर न देखले

मन ही मन बोलता है, ताकि कोई मेरा टूटा हुआ दिल नहीं सुन सके

मैं इतना अकेला हूं कि, दूसरों के साथ रहना भी भूल गया हूं
एक हतषा ऐसी कि, मैं दूसरों पर भरोसा करना भी भूल गया हूं।

झूठा इतना हंसा, कि अब मैं अपनी असली मुस्कान भी भूल गया हूं
अरे ज़िन्दगी तुम क्या चाहती थी, मैं तो जीना भी भूल गया हूँ।

 

~ Chanchal Goyal

 

Share This
0

ज़िन्दगी में जो चाहते है साला वो ही नहीं मिलता

 

जिन आँखों में ख्वाब रहा करते थे उनमें ये डर कैसा है?
जिस घर मुझे घर सा नहीं लगता ये मेरा घर कैसा है?

नाज़ुक सी ज़िन्दगी इतने कठोर सवालो से भरी क्यों है?
जो मुझे चाहिए वो किसी और की बाहों में भरी क्यों है?

इन सवालो के जवाब में नए सवाल क्यों है?
वो भी एक आम सा ही लड़का होगा आखिर
उसके लिए इतना बवाल क्यों है?

मेरी तरह क्यों कोई नहीं मिलता ?
दिल मिलकर दिल क्यों नहीं मिलता ?

हमसे ज़िन्दगी कुछ खास मोहब्बत करती है क्या?
जो चाहते है साला वो ही नहीं मिलता….

 

~ रोहित सुनार्थी

 

Share This
0

तु मेरे रब की तरह

देख के तुझे कितना सुकून मुझे मिलता है
ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

हैं तु क्या चीज,
ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

हैं तेरा क्या वजूद इस जहा में
ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

भले ही कुछ ना हो तु ,
दुनिया की नजरों मे
क्या है तेरा वजूद,
ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

सिखा है मैंने तुझसे बहुत कुछ,
क्या है तु ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

दिया है तुने मुझे कितना,
क्या है तेरे पास ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

हैं तेरा ही अहसास इस दिल को,
प्यार हैं या कुछ ओर ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

समायी है तु मेरी हर ख्वाईशों में,
हैं तु मेरे रब की तरह,
ये सिर्फ मैं जानता हूँ।

 

~ स्वामी गंगानिया

 

Share This
0

मैं आया हूँ तुम में डूब जाने के लिए

 

कौन आया है यहां उम्र बिताने के लिए,
मैं तो आया हूँ यहां इश्क जताने के लिए
मुझे सफीने को अब, भंवर से यूं निकलनी नही,
मैं तो इस जहां में आया हूँ, तुम में डूब जाने के लिए

 

~ अंकुर सिंह

 

Share This
0

अधूरा जीवन ~ Heart Touching Deep Lines

Adhura Jeevan Sad Hindi Poem

 

 

ज़िन्दगी को पूरी तरह से जीने की कला,
भला किसे अच्छे से आती हैं……
कही ना कहीं ज़िन्दगी में,
हर किसी के कोई कमी तो रह जाती हैं….

 

प्यार का गीत गुनगुनाता हैं हर कोई,
दिल की आवाज़ों का तराना सुनाता हैं हर कोई,
आसमान पर बने इन रिश्तो को निभाता है हर कोई,
फिर भी हर चेहरे पर वो ख़ुशी क्यों नहीं नजर आती हैं…
पूरा प्यार पाने में कुछ तो कमी रह जाती हैं….
हर किसी की ज़िन्दगी में कही ना कही कुछ तो कमी रह जाती हैं….

 

दिल से जब निकलती हैं कविता…
पूरी ही नजर आती हैं ….
पर कागजों पर बिछते ही
वो क्यों अधूरी सी नजर आती हैं
शब्दों के जाल में भावनाएं उलझ सी जाती हैं
प्यार, किस्सें, कविता…ये सिर्फ दिल को ही तो बहलाती है
अपनी बात समझाने में तो कुछ तो कमी रह जाती हैं

 

हर किसी की निगाहें मुझे क्यों…….
किसी नयी चीज़ो को तलाशती नजर आती हैं
सब कुछ पा कर भी एक प्यास सी क्यों रह जाती हैं
ज़िन्दगी में कही ना कही कुछ तो कमी रह जाती हैं
सम्पूर्ण जीवन जीने की कला भला किसे आती है…..

 

~ रंजना

 

Share This
0

एक दोस्त ऐसा भी हो, जो सिर्फ मेरा हो

एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो सिर्फ मेरा हो…
मैं रोऊ तो मुझे हँसाए,
मैं रूठू तो मुझे मनाए,

 

मेरे हर एक दुख में मेरे साथ हो,
मेरी हर एक खुशी में मेरे साथ हो,
मेरे बिन बोले मेरी बात समझे,
मेरे बिन बोले मेरे दर्द को महसूस करें।

 

हां एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो मेरी हंसी के पीछे छिपे दर्द को पहचान ले,
जो मेरे गिरने से पहले
मेरा हाथ थाम ले, मुझे संभाल ले।

 

हां एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो जिंदगी की कठिन राह पर,
मेरा मार्गदर्शक बने।
जो दुनिया की भीड़ में,
मुझे तन्हा न छोड़े।
जो अंधेरे में मेरी रोशनी बने,
हां एक दोस्त ऐसा भी हो।

 

हां एक दोस्त ऐसा भी हो,
जिसका साथ पाकर मैं
हर गम भूल जाऊं,
जो मेरे साथ चले तो लगे,
जैसे कि मेरी ही परछाई।

 

एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो मुझे खोने से डरे,
जिसे मेरी कमी महसूस हो,
जब मैं उसके साथ ना हूँ तो,
हां एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो मुझसे कभी नाराज ना हो।
हां एक दोस्त ऐसा भी हो,
जो सिर्फ मेरा हो, सिर्फ मेरा।

 

~ ऋचा गर्ग

 

Share This