तेरी दुआओं का असर है, जो अब तक मैं सलामत हूँ.!
तेरी आँखों की नमी नहीं, हाथों की लकीरों में बस्ता हूँ
मैं जानता हूँ जान-ए-जहाँ, तुझे बस मोहब्बत है मुझ से
तेरी साँसों की राह पकड़…., तेरी रूह में बस्ता हूँ….|
~ Ravinder Ravi (Sagar)
Home » Shayari for Her » Page 3 तेरी याद मुझे क्यों तनहा कर जाती हैं रोता हूँ बहुत मैं तो गिड़गिड़ाता भी हूँ फिर भी क्यों ये एहसास बार बार दे जाती हैं Teri yaad mujhe kyu tanha kar jati h Rota hun bahut m to gidgidata bhi hu Fir bhi kyu ye ehsas bar- bar de jati h Shayari for Her
तेरी आँखों में नहीं, तेरी रूह में बस्ता हूँ
Posted on by techiTanha Sad Shayari on Teri Yaad
Posted on by techi
पल पल टूटने के लिए मजबूर कर जाती हैं
अपने झख्मो पर मरहम लगता भी हूँ
तेरी याद मुझे क्यों तनहा कर जाती हैं
Pal pal tutne k liye majboor kar jati h
Apne jhakhmo pr merham lgata bhi hu
Teri yaad mujhein kyu tanha kar jati h