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आखरी मुलाक़ात के बाद भी उसका याद आना

किसी को पा कर भी दूर रहना हमसे पूछो,
क्या होती हैं किस्मत में रुकावट हमसे पूछो,
यहाँ कहने को तो सब कुछ अपना हैं लेकिन,
आखरी मुलाक़ात के बाद भी उसका याद आना हमसे पूछो

 

~ रवि भल्ला

 

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पाना भी नही चाहता और खोने से भी डरता है

वफ़ा भी नही करता वो बेवफ़ा होने से भी डरता हैं
मुझे पाना भी नही चाहता और मुझे खोने से भी डरता है

 

~ Pari

 

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मशगुल था वो अपने यारों में

मशगुल था वो अपने यारों में,
हम रात भर करवट बदलते रहे
सोया होगा वो थक हार के,
कह कर ये खुदको बहलाते रहे

 

बेरुखी तो देखिए अगली सुबह
हाल_ए_दिल भी ना जाना उसने
और पागलपन था मेरा, जो रात भर
उसे समझकर तकिए को सहलाते रहे

 

~ Poonam Vaishnav

 

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इश्क़ करने से पुरे शहर में बदनाम हो गया

आज कितने अरसे बाद तुझे देखा तो परेशान हो गया
कितनी बदल गयी हो देख के हैरान हो गया
एक पल सोचा की… क्या ये वही लड़की हैं ……..
जिसको इश्क़ करने से मैं पुरे शहर में बदनाम हो गया

 

~ कशिश बत्रा

 

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तेरा मुझसे दूर जाना मेरी जान निकाल देता है

यूं तेरा आना मेरी धड़कने बढ़ा देता है ।
यूं तेरा मुस्कुराना मेरी सांसे अटका देता है ।।
तेरा शर्मीली निगाहों से देखना मुझे तिलमिला देता है
यूं तेरा मुझसे दूर जाना मेरी जान निकाल देता है ।।

 

~ Ashutosh dangi

 

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राह में मिला वो साथी

Nasha Pyar Ka Destiny Lover

 

राह में मिला वो साथी हमसे भुलाया नहीं जा रहा
एक झिलमिलाता रोशन चिराग बुझाया नहीं जा रहा
उनकी आँखों की मस्ती का असर हुआ कुछ इस कदर
बिन पिए ये नशा हमसे उतारा नहीं जा रहा

 

~ Nidhi Shrivastava

 

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बीच दरिया मे डूबे तो मर जायेंगे

उनकी नज़रो में हम अगर जो गिर जायेंगे,
कुछ नही दोस्तो हम बिखर जायेंगे।
टूटी कस्ती से दरिया ना पार हुए,
बीच दरिया मे डूबे तो मर जायेंगे।

 

– अमित वर्मा

 

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खुद रो कर भी सभी को हंसा कर आया हूँ

खुद रो कर भी सभी को हंसा कर आया हूँ
मैं अपने दिल के दर्द को शायरी में सुना कर आया हूँ
और मुझे पाने की चाहत वो ही नहीं रखती
जिसके लिए मैं महफिलों को ठुकराकर आया हूँ

 

~ हरमीत सिंह

 

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अब तो मन भी रेगिस्तान जैसा

दिन कटता नहीं अब रात नहीं होती, तेरी मेरी कोई मुलाकात नहीं होती।
अब तो मन भी रेगिस्तान जैसा है, खुशियों की अब बरसात नहीं होती।

 

~ जितेंद्र मिश्र ‘बरसाने’

 

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