तेरी दुआओं का असर है, जो अब तक मैं सलामत हूँ.!
तेरी आँखों की नमी नहीं, हाथों की लकीरों में बस्ता हूँ
मैं जानता हूँ जान-ए-जहाँ, तुझे बस मोहब्बत है मुझ से
तेरी साँसों की राह पकड़…., तेरी रूह में बस्ता हूँ….|
मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!