महफूज हो वतन अपना बस ऐसा राग चाहिए
कीमत में ले ले तू लहू मेरा
पर मुझे स्वर्णिम शांत भारत मेरा चाहिए
भारत माता की जय, वन्दे मातरम
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मुर्ख नहीं, महान झुकता हैं, हमारी विनम्रता का अर्थ और ये मत समझ लेना
Desh Bhakti
महफूज हो वतन अपना
तिरंगा साथ ना हो तो, वतन अच्छा नहीं लगता
अटल बिहारी वाजपेयी जी की जोशीली और देश भक्ति शायरी
धरती नहीं, आसमान झुकता हैं,
गलत ना निकाल लेना ए पाकिस्तान
की हिंदुस्तान झुकता हैं…..।।।।सरहद पर शहीद भारतीय वीर जवानो पर शायरी
पाकिस्तानी हरकत पर जोशीले भारतीय सैनिको की शायरी
मैं हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।
Desh Bhakti Shayari in Hindi