कोई वर्दी नहीं जंचती, वसन अच्छा नहीं लगता । सितारा साथ हो अगर, कफन अच्छा नहीं लगता ।। दुनियां के अजनबी हैं हम, इन रंग बिरंगो से। तिरंगा साथ ना हो तो, वतन अच्छा नहीं लगता।।
स्वतंत्रता रण के रणनायक, अमर रहेगा तेरा नाम, नहीं जरूरत स्मारक की, स्मारक खुद तेरा नाम स्वतंत्र भारत नाम के आगे, जुड़ा रहेगा तेरा नाम, भारत का जन-गण-मन ही अब बना रहेगा तेरा धाम।।
जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को, भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है, खुली हुई शैतानी है, सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है..||
ना तो सरकार मेरी है … ना रौब मेरा है … और …. ना ही बड़ा सा नाम मेरा है ! मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व हैं, मैं हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।