महफूज हो वतन अपना बस ऐसा राग चाहिए
कीमत में ले ले तू लहू मेरा
पर मुझे स्वर्णिम शांत भारत मेरा चाहिए
भारत माता की जय, वन्दे मातरम
मुर्ख नहीं, महान झुकता हैं,
धरती नहीं, आसमान झुकता हैं,
हमारी विनम्रता का अर्थ
गलत ना निकाल लेना ए पाकिस्तान
और ये मत समझ लेना
की हिंदुस्तान झुकता हैं…..।।।।