0तुम जहां जाओ महफ़िलें लूट ल़ो Posted on February 8, 2021 by techiगुलाब की तरह ख़ुशमिज़ाज रहो। चमकते-दमकते आफ़ताब रहो। तुम जहां जाओ महफ़िलें लूट ल़ो। सभी के ज़िगर में सरताज़ रहो। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share This