तुम्हें गलतफहमी है, कोई सच्चाई नहीं है।
यह सच्चा प्रेम है, कोई बेवफ़ाई नहीं है।
~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’
Home » Bewafa Shayari निकल पड़ा हूँ उस रास्ते पे रुक जाता उस वक़्त अगर तूने आते हैं आज भी वो सपने बनाता हूँ ख़यालो में चेहरा तेरा चाहता हूँ की रोकर गम भुला दू बहुत खायी हैं इस दिल ने चोटें आशिक़ अपनी माशूका से जो की दुल्हन बनने जा रही हैं : – हमारी ज़िंदगी तो कब की भिखर गयी माशूका जवाब में कहती हैं – झांखकर देखा होता एक बार तो डोली के अंदर, Bewafa Shayari
यह सच्चा प्रेम है, कोई बेवफ़ाई नहीं
बेशुमार दर्द भरी शायरी एक बेवफा के लिए
अब दिल को दर्द भी नहीं होता
जो कभी ख़त्म नहीं होता
….एक बार भी रोका होता
जब कभी गलती से, मैं सोता
की दिल से अक्स तेरा नहीं होता
पर कम्बक्त दिल ही नहीं होता
की अब दिल को दर्द भी नहीं होताप्यार में धोखा और बेवफा पर शायरी
एक बेवफा से प्यार किया, ज़िन्दगी बर्बाद
Dard Bhari Bewafa Zindagi Shayari on Love
प्यार करके जो धोखा दे जाते हैं उन पर शायरी
Very Sad Short Love Story with Shayari
हसरते सारी दिल में ही मर गयी
चल पड़ी वो जब से बैठ के डोली में
हमारी तो जीने की तमन्ना ही मर गयी
के हो गया हैं अब मेरी भी ज़िंदगी का पूरा सफर
तेरे साथ साथ अब मेरी भी मंज़िल ख़त्म हो गयी
बताने ना दिया तूने और कह दिया तू बेवफा हो गयी