0 वह मुस्कान ही क्या जिसमें खुशी ना हो। Posted on April 16, 2020 by techi Sad True Shayari on Muskan वह नयन ही क्या जिसमें सपने ना हो, वह चयन ही क्या जो अपने ना हो । वह फूल ही क्या जिसमें खुशबू ना हो, वह शूल ही क्या जो चुभती ना हो। वह दर्द ही क्या जो याद ना हो, वह मुस्कान ही क्या जिसमें खुशी ना हो। ~ उत्तीर्णा धर Share This Related posts: क्या प्यार में सोचा था, क्या प्यार में पाया हैं वो मोहब्बत ही क्या जिसके काबिल ना बन सके मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता Dard To Dard Hota Hain | Painful Status गलियों में भटकने की जरुरत क्या है? Jhuthe daave pyar ke broken trust shayari क्या हुनर हे तेरा पगली, दिल चुराने का