0 दोस्ती निभाने की सजा Posted on July 9, 2021 by techi गैरों के चेहरों पर भी मुस्कान सजाई थी हमने पर यहाँ तो नजर तक लग जाती हैं ज़माने की क्या बताऊँ तुझे हाल-ए-दिल अपने ए-दोस्त.. यहाँ सजाये मिलती हैं दोस्ती दिल से निभाने की ~ ख्वाइश Share This Related posts: रिश्ते स्वार्थी, दोस्ती बदनाम, प्यार दिखावा, सबके मायने बदल गए कोरोना मुक्त विश्व बनाना है यहां हर एक का बदला हुआ रंग देखा लोग प्यार के नाम पर करते हैं फरेब ए खुदा तेरी रज़ा क्या है? मोहब्बत और दोस्ती Bewafa Ko Hi Aazmati Hain Wafa Shayari