0 अब तो टूट कर बिखरने की देरी हैं Posted on September 10, 2020 by techi हौसले जवाब दे रहे हैं, हारके उन हालातों से, धीरे धीरे दूर हो रहा हूँ, अपने ही जज़्बातों से, अब तो टूट कर बिखरने की देरी हैं…. आजा संभाल ले, इन हाथों को उन हाथों से ~ Piyush kr. Singh Share This Related posts: Jazbat me mat baho kabhi ख़ौफ़ और खून हमेशा आँखों में रखो मोहब्बत हाथ की चूडी की तरह कैसे जीऊ मैं खुशहाल ज़िन्दगी | एक और अधूरी मोहब्बत Bachpan ka ek sapna, jo kabhi pura nahi hua हौसले बेहिसाब Love Broken Heart Sms in Hindi on Pain