0 बद्दुआएं सब मंजूर होती गई Posted on December 5, 2020 by techi नजदीकियां दूर होती गई ख्वाहिशें मजबूर होती गई दुआओं के असर लापता हो गए बद्दुआएं सब मंजूर होती गई ~ देव दीपक Share This Related posts: ख्वाहिशों की उम्मीद में फिर से जीना सीख गई वक़्त से मजबूर, हालात से लाचार दर्द शायरी Jhuthe daave pyar ke broken trust shayari मां के बिना कैसी जीवन की डगर True Dard Bhari Mohabbat Par Shayari बिखरी हुयी ज़िंदगी तमन्नाओ का ढेर (Very Sad Lines) Life Success Quotes in Hindi Fonts on Lord Ram