0तेरा मुस्कराना गज़ब ढा गया Posted on January 24, 2021 by techiतुम्हारी बातों में दिल आ गया था। नज़र जब मिली थी मैं शर्मा गया था। अदाओं ने तेरी, दिल मेरा छीना। तेरा मुस्कराना गज़ब ढा गया था। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share ThisRelated posts:तेरा साथ पाकर मेरा हर लम्हा खूबसूरत मां के आशीर्वाद का अहसास तुम मेरी सरगम बनो और मैं संगीत जो देखे वही हैरान हो जाए दुश्मन भी तेरा कद्रदान हो जाए समंदर तेरा, मेरी कश्तियां क्या हुनर हे तेरा पगली, दिल चुराने का तेरी यादें, तेरी मौजूदगी हमेशा कायम रखूगी