Love Shero Shayari on Mohabbat Ki Panaah

मुझे लेते हो जब अपनी मुहब्बत की पनाहों में,
ये जादू कैसा तुम करते खिची आती मै बांहों में,
ये धड़कन तेज क्यों होती ये सांसे क्यों उखडती है
मुझे जब देखते हो तुम निगाहों ही निगाहों में..!!

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