1शराब से ज्यादा नशीली आंखें Posted on November 22, 2019 by adminकैसे मैं बताऊं किस कदर उसके सपने सजते है, उसके दिलकश नजारो के आगे चाँद तारे भी फ़िके लगते है। शराब से ज्यादा नशीली है उसकी आंखें,साहब.., तुम क्या जानो हमको पता है हम कैसे बचते है… ~ रवि मिश्राShare ThisRelated posts:कैसे जीऊ मैं खुशहाल ज़िन्दगी | एक और अधूरी मोहब्बत मेहबूब की याद में रोती हुयी आँखों पर शायरी Long Tareef Shayari on Beautiful Eyes of A Girl आँखे न फाड़ #पगली शर्मीले आशिक़ो पर शायरी Shayari Ek Diwane Ki दर्द-ए-दिल और ये आँखें वीरान
बहुत ही बढ़िया । कमाल का लिखा है