इन नसीहतों में मज़ा क्या है,
इन इनायतों में रखा क्या है,
जो मौलवी बने बैठे हैं यहाँ,
इनसे पूँछों इन्होंने करा क्या है।
भले आदमी का निशान क्या है,
असल नवाज़िश ए करम क्या है,
क्यों डरे भला क़यामत से इतना,
दर्द से निजात नहीं तो मौत क्या है,
इन तालिमों की वजह क्या है,
ए खुदा तेरी रज़ा क्या है,
हाँ मैं करता हूँ सवाल बोलो,
इन ग्रंथों में मेरी सज़ा क्या है।
~ Shubham Jain