0झूठी शानोशौकत और दिखावा करने वालो पर 4 पंक्तिया Posted on September 29, 2020 by adminकभी कभी आदमी इतराता बहुत है, होता कुछ नहीं पर दिखाता बहुत है। झूठी शानोशौकत में जीना चाहता है, भेद खुल जाने पर वह शर्माता बहुत है। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share ThisRelated posts:इंसान पर बेहतरीन पंक्तिया फ़ंसा आदमी माया में कोरोना महामारी का बुरा दौर थम जाएगा मेरी मजबूरी को समझो मैं गुनाहगार नहीं सुन्दर पंक्तिया – ज़िन्दगी की सिख कविता 100% true lines on paisa, rishte Very very very sad dard shayari on pyar & zindagi