Milo Ka Safar Kar Rahe Hai
या वहीं खड़े हैं….. पता नहीं
Palke Jhukake Baithe Hai
या दौड रहें हैं कुछ पाने को… पता नहीं
So To Rahe Hai Har Roj
लेकिन क्या नींद आ रही है… पता नहीं
Bahar Se Dekho To Chamak Rahe Hai
लेकिन अंदर के अंधेरे की गहराई का… पता नहीं
Chehro Pe Hasi Fuhar Hai
लेकिन दिल किस कदर उदास है… पता नहीं
Kaam To Kar Rahe Hai Magar
खोए खोए से रहते हैं क्यौं….. पता नहीं
~ Gaurav Baldwa