1 दर्द-ए-दिल की दास्तान, फिर भी वाह-वाह Posted on May 29, 2018 by techi यह ग़ज़लों की दुनिया भी अजीब है; यहाँ आँसुओं का भी जाम बनाया जाता है; कह भी देते हैं अगर दर्द-ए-दिल की दास्तान; फिर भी वाह-वाह ही पुकारा जाता है। Share This Related posts: मिलते ही उससे हर दर्द हो जाता है हवा 2 Line Sad Shayari, Evergreen Dukh Bhare Status दर्द-ए-दिल और ये आँखें वीरान True Dard Status | टूटने का दर्द आखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते हो वक़्त से मजबूर, हालात से लाचार दर्द शायरी दर्द और मेरी ज़िन्दगी का रिश्ता
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