लिखने की हद….
हर पल जो दिल को छू जाये कोई ऐसा एहसास लिखो
ख़ामोशी भी ज़ुबान बन जाए कोई ऐसी बात लिखो
हर लम्हा एक पल ठहर जाये कोई ऐसा इत्तेफाक लिखो
लिखने की हर हद पार हो इस कदर दिन रात लिखो
जिस पर हो उस चाँद का साया, आसमान के उन तारो की बारात लिखो
जिसे पढ़कर आंसू भी ना थम पाए, किसी वक़्त के ऐसे हालात लिखो
पूरी ज़िन्दगी कुछ शब्दों में ही उतर जाए
उन शब्दों में कुछ ऐसा ख़ास लिखो
~ रंजना चौधरी
Good
Bahut Khoob
Subhaan Alla